(Japan First Woman Prime Minister | Sanae Takaichi Japan Prime Minister Elected PM | PM Narendra Modi Congratulates Sanae Takaichi Japan Prime Minister | Japan News in Hindi)
टोक्यो, 21 अक्टूबर 2025 — जापान के राजनीतिक इतिहास में मंगलवार का दिन ऐतिहासिक (Historic Decision by Japan Parliament) बन गया, जब संसद ने साने ताकाइची (Sanae Takaichi Japan Prime Minister) को देश की पहली महिला प्रधानमंत्री (First Woman Prime Minister of Japan) के रूप में चुना। यह न केवल जापान के लिए, बल्कि वैश्विक राजनीति के लिए भी एक मील का पत्थर साबित हुआ है।64 वर्षीय ताकाइची ने शिगेरु इशिबा (Shigeru Ishiba) की जगह ली है, जिन्होंने लगातार दो बार चुनाव हारने के बाद इस्तीफा दे दिया था। ताकाइची जापान की लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (Liberal Democratic Party – LDP) की नेता हैं, जिन्होंने हाल ही में पार्टी के भीतर “#ChangeLDP” अभियान के तहत नेतृत्व की बागडोर संभाली।(Sanae Takaichi Japan Prime Minister)
जापान के लिए ऐतिहासिक पल (Historic Moment for Japan)
यह पहली बार है जब जापान की संसद ने किसी महिला को प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी है। साने ताकाइची न केवल LDP की पहली महिला नेता बनी हैं, बल्कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद के काल में ऐसी कुछ गिनी-चुनी नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने बिना किसी राजनीतिक वंश या पारिवारिक पृष्ठभूमि के सत्ता के सर्वोच्च पद तक पहुँचने में सफलता हासिल की है।उनका यह चयन जापानी राजनीति में महिलाओं के सशक्तिकरण (Women Empowerment in Japan Politics) और लैंगिक समानता (Gender Equality) की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।(Sanae Takaichi Japan Prime Minister)
🇮🇳 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी बधाई (PM Narendra Modi Congratulates Sane Takaiichi)
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने ताकाइची को बधाई देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा —
Heartiest congratulations, Sanae Takaichi, on your election as the Prime Minister of Japan. I look forward to working closely with you to further strengthen the India–Japan Special Strategic and Global Partnership. Our deepening ties are vital for peace, stability, and prosperity…
— Narendra Modi (@narendramodi) October 21, 2025
“साने ताकाइची जी को जापान का प्रधानमंत्री चुने जाने पर हार्दिक बधाई। मैं भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं। हमारे गहरे होते संबंध हिंद-प्रशांत और उसके बाहर शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।”
मोदी के इस संदेश के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय और जापानी दूतावास ने भी इस अवसर को भारत-जापान संबंधों के नए अध्याय (India-Japan Strategic Partnership) की शुरुआत बताया।(Sanae Takaichi Japan Prime Minister)
विदेश नीति में ताकाइची का रुख (Sane Takaiichi’s Foreign Policy Vision)
साने ताकाइची की विदेश नीति काफी हद तक पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Shinzo Abe) की “फ्री एंड ओपन इंडो-पैसिफिक विजन (Free and Open Indo-Pacific Vision)” से मेल खाती है।वह क्वाड (QUAD) देशों — भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया — के बीच रणनीतिक सहयोग (Strategic Cooperation) को और मज़बूत करने की समर्थक हैं। ताकाइची ने स्पष्ट कहा है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र की शांति और स्थिरता के लिए भारत-जापान सहयोग (India-Japan Cooperation) अत्यंत आवश्यक है।ताकाइची का रुख चीन और उत्तर कोरिया (China and North Korea) के प्रति कड़ा माना जाता है। उन्होंने कहा कि जापान को अपनी रक्षा नीति (Defense Policy) को मजबूत करना होगा। वर्तमान में जापान का रक्षा बजट उसके सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का लगभग 1.8% है, जिसे बढ़ाने का उन्होंने संकल्प लिया है।(Sanae Takaichi Japan Prime Minister)
आर्थिक नीति और चुनौतियाँ (Economic Challenges and Domestic Agenda)
साने ताकाइची को जापान की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था (World’s Fourth Largest Economy) को नई ऊर्जा देने की बड़ी चुनौती का सामना करना होगा।
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देश की घटती जनसंख्या (Declining Population)
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बुजुर्ग होती कार्यशक्ति (Ageing Workforce)
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और आर्थिक विकास की सुस्ती (Economic Slowdown) जैसी समस्याएँ उनके सामने हैं।
वह अपने गुरु शिंजो आबे की ‘आबेनॉमिक्स’ (Abenomics) नीति की समर्थक रही हैं, जिसमें आक्रामक मौद्रिक नीतियाँ, सरकारी खर्च में विस्तार और निजी निवेश को प्रोत्साहन शामिल हैं।हालांकि ताकाइची की पार्टी संसद के दोनों सदनों में अल्पमत (Minority Government) में है, इसलिए उन्हें विधायी समर्थन के लिए गठबंधन सहयोगियों की मदद लेनी होगी।(Sanae Takaichi Japan Prime Minister)
एक अनोखी पृष्ठभूमि वाली नेता (A Leader with Unique Background)
साने ताकाइची का व्यक्तित्व राजनीति के पारंपरिक ढांचे से बिल्कुल अलग है।वह एक समय हेवी-मेटल ड्रमर (Heavy Metal Drummer) और बाइकर (Biker) रही हैं।उन्होंने 1993 में अपने गृहनगर नारा (Nara) से पहली बार चुनाव जीता था।तब से लेकर अब तक उन्होंने जापान सरकार में कई महत्वपूर्ण पदों — जैसे आर्थिक सुरक्षा मंत्री (Minister for Economic Security), आंतरिक मामलों की मंत्री (Minister of Internal Affairs) और लैंगिक समानता मंत्री (Minister for Gender Equality) — के रूप में कार्य किया है।ताकाइची ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री मार्गरेट थैचर (Margaret Thatcher) को अपना राजनीतिक आदर्श मानती हैं। उन्होंने हमेशा यह कहा है कि “राजनीति में दृढ़ता और राष्ट्रहित सर्वोपरि है।”(Sanae Takaichi Japan Prime Minister)
भारत-जापान रिश्तों में नया मोड़ (New Phase in India-Japan Relations)
ताकाइची के नेतृत्व में जापान की नीति हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत के साथ गहरे सहयोग (Deep India-Japan Ties) की ओर अग्रसर हो सकती है।
दोनों देशों के बीच:
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रक्षा सहयोग (Defence Cooperation)
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टेक्नोलॉजी और इनोवेशन (Technology and Innovation)
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और ग्रीन एनर्जी (Green Energy Collaboration)
के क्षेत्रों में साझेदारी और भी मजबूत होने की उम्मीद है।
विशेषज्ञों का मानना है कि ताकाइची का कड़ा रुख और उनकी व्यावहारिक सोच जापान को एशिया की नई निर्णायक शक्ति (New Strategic Power of Asia) के रूप में स्थापित कर सकती है।साने ताकाइची का प्रधानमंत्री बनना न केवल जापान की राजनीति में बदलाव का प्रतीक है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि नेतृत्व लिंग पर नहीं, योग्यता पर निर्भर करता है।
साने ताकाइची अब न केवल जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री हैं, बल्कि उस पीढ़ी की प्रतिनिधि हैं जो दुनिया को यह दिखा रही है कि दृढ़ निश्चय और साहस से हर बाधा पार की जा सकती है।
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