हॉरर और कॉमेडी का धमाका: ‘थामा’ ने दीवाली पर मचाया तहलका, रश्मिका-आयुष्मान की जोड़ी बनी दर्शकों की फेवरेट
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दीवाली के इस त्योहारी मौसम में जब लोग पटाखों से ज्यादा हंसी और मनोरंजन के धमाके की तलाश में थे, तब मैडॉक फिल्म्स ने दर्शकों को हॉरर और कॉमेडी का ऐसा मिक्स पैकेज दिया है जिसने सबका दिल जीत लिया है। आयुष्मान खुराना, रश्मिका मंदाना और नवाजुद्दीन सिद्दीकी की नई फिल्म ‘थामा’ (Thama) सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है, और सोशल मीडिया पर इसका जलवा खूब देखने को मिल रहा है।मोकामा() के न्यू सिनेमा ( )में यह प्रदर्शित की जा रही है। (Thama Movie Review)
कहानी: ‘बेताल’ की दुनिया का मॉडर्न ट्विस्ट(Story: A modern twist to the world of ‘Betaal’)
‘थामा’ एक पौराणिक कथा को नए, मॉडर्न और मजेदार अंदाज में पेश करती है। फिल्म की कहानी एक पत्रकार आलोक गोयल (आयुष्मान खुराना) की है, जो सनसनीखेज खबर की तलाश में अपने दोस्तों के साथ जंगल की ट्रैकिंग पर निकलता है। लेकिन रोमांच का यह सफर तब डरावना मोड़ लेता है जब उसका सामना होता है रहस्यमयी लड़की ताड़का (रश्मिका मंदाना) से।ताड़का एक ऐसे कबीले से ताल्लुक रखती है, जहां सब लोग खून पीकर जिंदा रहते हैं, और उनके सरदार हैं – थामा यानी यक्षासन (नवाजुद्दीन सिद्दीकी)। थामा इंसानों की बलि चाहता है, लेकिन ताड़का आलोक को बचाने के लिए उसे शहर ले आती है। यहीं से शुरू होती है असली मस्ती और गड़बड़ी — जब एक खून पीने वाली ताड़का, एक पत्रकार के परिवार में ‘संस्कारी बहू’ बनकर पहुंचती है!(Thama Movie Review)
आयुष्मान का कॉमेडी चार्म और रश्मिका की मासूमियत (Ayushmann’s comedic charm and Rashmika’s innocence)
आयुष्मान खुराना हमेशा की तरह इस बार भी अपने नेचुरल ह्यूमर और एक्सप्रेशन से दर्शकों का दिल जीत लेते हैं। एक डरपोक लेकिन जिज्ञासु पत्रकार के किरदार में उन्होंने पूरी फिल्म को अपने कंधों पर संभाला है।
रश्मिका मंदाना अपनी क्यूटनेस और रहस्यमय अंदाज से दिल चुरा लेती हैं। उनके और आयुष्मान के बीच की कैमिस्ट्री फिल्म की जान है।नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने ‘थामा’ के किरदार को एक नए स्तर पर पहुंचा दिया है। उनका ‘विकराल लेकिन मजेदार’ यक्षासन लुक स्क्रीन पर एक साथ डर और हंसी दोनों पैदा करता है।(Thama Movie Review)
कहानी में ट्विस्ट जो दिमाग घुमा दें (Twists in the story that will blow your mind)
फिल्म के राइटर्स नीरेन भट्ट, सुरेश मैथ्यू और अरुण फलारा ने पुराने भारतीय मिथकों – खासकर बेताल और वैम्पायर की कथाओं – को आधुनिक दुनिया में ढालकर एक नया रूप दिया है। कहानी में इतने ट्विस्ट और सरप्राइज एलिमेंट्स हैं कि दर्शक आखिरी मिनट तक अनुमान नहीं लगा पाते कि आगे क्या होने वाला है।एक बड़ा ट्विस्ट तब आता है जब ताड़का, आलोक को बचाने के लिए उसे भी अपनी ‘वैम्पायर कम्युनिटी’ का हिस्सा बना देती है। अब सोचिए, एक पत्रकार जो ‘राजमा चावल’ का शौकीन था, वो अगर अचानक खून का शौक़ीन बन जाए तो क्या होगा? बस यही सस्पेंस दर्शकों को सीट से बांधे रखता है।(Thama Movie Review)
डायरेक्शन और विजुअल्स(Direction and visuals)
निर्देशक अरुण फलारा ने फिल्म को शानदार विजुअल्स, कलर पैलेट और बैकग्राउंड स्कोर से सजाया है। जंगल के डरावने दृश्यों से लेकर शहर के कॉमिक सीन तक, हर फ्रेम में परफेक्शन नजर आता है।फिल्म का VFX और साउंड डिजाइन भी काफी प्रभावी हैं, जिससे हॉरर सीक्वेंस और ज्यादा जीवंत लगते हैं।(Thama Movie Review)
म्यूजिक और ह्यूमर का तड़का (A dash of music and humor)
‘थामा’ का म्यूजिक भी कहानी का मजबूत हिस्सा है। कुछ गाने जैसे “रक्त में प्यार है” और “भूतों का झूला” पहले से ही सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं। फिल्म का ह्यूमर बेहद स्मार्ट और सिचुएशनल है – किसी भी सीन में फोर्स्ड जोक्स नहीं लगते।फिल्म में परेश रावल ने आलोक के पिता का रोल निभाया है, जो हमेशा शक में रहते हैं। उनके डायलॉग्स हर बार हंसी से लोटपोट कर देते हैं।सीमा पाहवा ने मां के रोल में ताड़का को ‘आदर्श बहू’ मानते हुए दिल जीत लिया है। दोनों की जोड़ी ने फैमिली ड्रामा और कॉमेडी को बेहतरीन ढंग से बैलेंस किया है।(Thama Movie Review)
कुल मिलाकर — डर भी, प्यार भी, हंसी भी! (Overall – fear, love and laughter!)
‘थामा’ सिर्फ एक हॉरर फिल्म नहीं, बल्कि एक इमोशनल, रोमांटिक और फनी राइड है। इसमें पौराणिक मिथक हैं, आधुनिक समाज की झलक है और सबसे बढ़कर, भरपूर एंटरटेनमेंट है।फिल्म का संदेश भी दिलचस्प है – “हर बुराई में भी एक कहानी छिपी होती है, बस नजर का फर्क होता है।”(Thama Movie Review)
रेटिंग: ⭐⭐⭐⭐☆ (4/5)
देखने लायक क्यों:
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आयुष्मान और रश्मिका की नई जोड़ी
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नवाजुद्दीन का अनोखा किरदार
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मजेदार कहानी और विजुअल इफेक्ट्स
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हॉरर और ह्यूमर का परफेक्ट बैलेंस
इस दीवाली अगर आप कुछ अलग, डरावना लेकिन मजेदार देखना चाहते हैं, तो ‘थामा’ (Thama) आपके लिए परफेक्ट फिल्म है।
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